नकली IPL में टीमों के नाम, जर्सी, कमेंटेटर और खिलाड़ी असली टूर्नामेंट की तरह ही पेश किए गए. 21 मज़दूरों खिलाड़ी बनाया.
सट्टेबाज़ों ने पहले एक स्थानीय से खेत किराए पर लिया और उसे क्रिकेट मैदान में बदल दिया. फ्लड लाइट, HD कैमरे लगाए गए.
लीग का रूसी बाजार इसका टारगेट था. बेटिंग एक टेलीग्राम चैनल के माध्यम से हो रही थी.
बेटिंग के लिए मशहूर एक रूसी पब में 8 महीने काम करने के बाद मोलीपुर लौटे शोएब दावड़ा ने इस ठगी को अंजाम दिया.
कमेंट्री के लिए मेरठ के एक व्यक्ति को लाया गया, जो मशहूर कमेंटेटर हर्षा भोगले की आवाज निकालने में माहिर था. 4 अरेस्ट.